Saturday, October 6, 2012

हवा कुछ थमसी गयी ....

हर  एक शख्स  से पुछा हमने ..
     क्या देखा तुमने खुदा को ?

बस जवाब में फिर सवाल आया ..
   क्या देखा तुमने हवा को ?

अगर खुदा हवा है ..
    तो हवा भी आज घलीज़ है |

सांसे देनी वाली हवाभी आज ..
    दम  किसीकी घुटा रही है |

तो फिर मैंने पुछा , क्यूँ रूकती है  सांसे  
   अगर वो भी उसीने है दी ?

जवाब तो मिलना पाया दोस्तों ...
    लग रहा है , हवा कुछ थमसी गयी ....| 

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